पॉलीसल्फेट के साथ खीरे की फसल में सुधार | Polysulphate ke saath khire ki fasal mein sudhar
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गाँव: कोकरे बेलुरु मद्दुरु, तालुका/ जिला: मांड्या, कर्नाटक 2020
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प्रमुख निष्कर्ष
मौजूदा किसान पद्यतियों की तुलना में, स्टैण्डर्ड पॉलीसल्फेट के उपयोग के माध्यम से आईसीएल पद्यति ने खीरे की गुणवत्ता और उत्पादन मापदंडों में काफी वृद्धि प्रदर्शित की। परीक्षण में खीरे के फलों की लंबाई में औसत वृद्धि 22% दिखी और खीरे के समग्र विकास और उपज मापदंडों में सुधार दिखा।
उद्देश्य
खीरे की वृद्धि, गुणवत्ता और उपज मापदंडों पर पॉलीसल्फेट के प्रभाव का मूल्यांकन करना।
परीक्षण विवरण
परीक्षण क्षेत्र
गाँव: कोकरे बेलुरु मद्दुरु, तालुका/ जिला: मांड्या, कर्नाटक
आकलन
• वजन • लम्बाई
पोषक विवरण
टी 1 | स्टैण्डर्ड पॉलीसल्फेट + जड़ केंद्रित अनुप्रयोग |
टी 2 | पॉलीसल्फेट रहित किसान पद्यति |
पोषक विवरण
टी 1 | स्टैण्डर्ड पॉलीसल्फेट + जड़ केंद्रित अनुप्रयोग |
टी 2 | पॉलीसल्फेट रहित किसान पद्यति |
परिणाम
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मांड्या, महाराष्ट्र में परीक्षणों के दौरान खीरे की उपज में 22% की वृद्धि देखी गई
पॉलीसल्फेट के साथ टी1 के उपचार में खीरे की औसत लम्बाई 22 सेमी थी जबकि पॉलीसल्फेट के बिना यह 18 सेमी थी।
इसी तरह, टी1 में उपज 4 टन/एकड़ और टी2 में 3 टन/एकड़ थी, लागत बनाम लाभ का अनुपात 1.3 दर्ज किया गया था।