पॉलीसल्फेट से फूलगोभी की बेहतर फसल
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हेसरघट्टा, कर्नाटक, भारत 2014
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प्रमुख निष्कर्ष
पॉलीसल्फेट (T4) के माध्यम से एनपीके की पूरी खुराक और 75% सल्फर (S) की खुराक देने से उच्चतम उपज प्राप्त हुई, जिससे फूलगोभी की उपज में 39.5% की वृद्धि हुई।
उद्देश्य
भारत में फूलगोभी (Brassica oleracea var. botrytis – ब्रैसिका ओलेरासिया वेर. बोट्राइटिस) के प्रदर्शन पर सल्फर के स्रोत के रूप में पॉलीसल्फेट की प्रभावकारिता का परीक्षण करना।
परीक्षण विवरण
परीक्षण क्षेत्र
हेसरघट्टा, कर्नाटक, भारत
उत्पाद
पॉलीसल्फेट स्टैण्डर्ड | Polysulfate Standard
आकलन
उपज एवं विकास के मापदंड, गुणवत्ता और पोषक तत्वों की मात्रा
पोषक विवरण
परीक्षण को 3 कॉपियों के साथ एक क्रमरहित ब्लॉक डिजाइन में रखा गया था और इसमें 6 सैम्पल मिश्रण शामिल थे:
• T1: S और K उर्वरीकरण के बिना कंट्रोल सैम्पल (केवल यूरिया और DAP के माध्यम से 100% NP)
• T2: 100% एनपीके (यूरिया, DAP, MOP)
• T3: 100% NP + 50% S पॉलीसल्फेट के माध्यम से (10किलो S/हेक्टेयर) के माध्यम से (100% K बनाने के लिए MOP के माध्यम से संतुलित K)
• T4: 100% NP + 75% S पॉलीसल्फेट के माध्यम से (15किलो S/हेक्टेयर) के माध्यम से (100% K बनाने के लिए MOP के माध्यम से संतुलित K)
• T5: 100% NP + 100% S पॉलीसल्फेट के माध्यम से (20किलो S/हेक्टेयर) के माध्यम से (100% K बनाने के लिए MOP के माध्यम से संतुलित K)
• T6: 100% NPK (यूरिया, डीएपी, एमओपी) + जिप्सम के माध्यम से 100% S (20किलो S/हेक्टेयर)
[*N=नाइट्रोजन, P=फ़ॉस्फोरस, K=पोटैशियम, S=सल्फ़र, DAP= डायमोनियम फॉस्फेट, MOP=म्यूरेट ऑफ पोटाश ]
उर्वरकों की सुझाई गई मात्रा: 150 किलो N, 100 किलो P2O5, 125 किलो K2O/हेक्टेयर और 20 किलो S/हेक्टेयर मिश्रण के अनुसार दी गई। अंतिम जुताई में 25 टन/हेक्टेयर की दर से गोबर की खाद भी डाली गई।
पोषक विवरण
परीक्षण को 3 कॉपियों के साथ एक क्रमरहित ब्लॉक डिजाइन में रखा गया था और इसमें 6 सैम्पल मिश्रण शामिल थे:
• T1: S और K उर्वरीकरण के बिना कंट्रोल सैम्पल (केवल यूरिया और DAP के माध्यम से 100% NP)
• T2: 100% एनपीके (यूरिया, DAP, MOP)
• T3: 100% NP + 50% S पॉलीसल्फेट के माध्यम से (10किलो S/हेक्टेयर) के माध्यम से (100% K बनाने के लिए MOP के माध्यम से संतुलित K)
• T4: 100% NP + 75% S पॉलीसल्फेट के माध्यम से (15किलो S/हेक्टेयर) के माध्यम से (100% K बनाने के लिए MOP के माध्यम से संतुलित K)
• T5: 100% NP + 100% S पॉलीसल्फेट के माध्यम से (20किलो S/हेक्टेयर) के माध्यम से (100% K बनाने के लिए MOP के माध्यम से संतुलित K)
• T6: 100% NPK (यूरिया, डीएपी, एमओपी) + जिप्सम के माध्यम से 100% S (20किलो S/हेक्टेयर)
[*N=नाइट्रोजन, P=फ़ॉस्फोरस, K=पोटैशियम, S=सल्फ़र, DAP= डायमोनियम फॉस्फेट, MOP=म्यूरेट ऑफ पोटाश ]
उर्वरकों की सुझाई गई मात्रा: 150 किलो N, 100 किलो P2O5, 125 किलो K2O/हेक्टेयर और 20 किलो S/हेक्टेयर मिश्रण के अनुसार दी गई। अंतिम जुताई में 25 टन/हेक्टेयर की दर से गोबर की खाद भी डाली गई।
परिणाम
- फूलगोभी की उपज और गुणवत्ता (फसल के समय फूल का व्यास और सघनता) में S के प्रयोग ने महत्वपूर्ण योगदान दिया।
- S की अनुशंसित ,मात्रा (T4) के 75% तक की आपूर्ति पॉलीसल्फेट के माध्यम से करने से पौधों का बढ़ा हुआ विकास दर, पौधों की ऊंचाई और पत्तियों की संख्या में सुधार।
- S की अनुशंसित ,मात्रा (T4) के 75% तक की आपूर्ति पॉलीसल्फेट के माध्यम से करने से फूलगोभी की फसल में N, K, Ca, और S की मात्रा सबसे अधिक देखि गई।
- पॉलीसल्फेट (टी4) के माध्यम से एन-पी-के की पूरी खुराक और 75% S खुराक देने से उच्चतम उपज प्राप्त हुई, जिससे गैर-उर्वरित कंट्रोल सैम्पल (T1) की तुलना में फूलगोभी की उपज में 39.5% की वृद्धि हुई।
[ *S= सल्फ़र ]
बार दिखा रहे हैं P<0.05 पर लीस्ट सिग्नीफिकेंट डिफरेंस (सबसे कम महत्वपूर्ण अंतर)
* अंतर्राष्ट्रीय पोटाश संस्थान द्वारा वित्तपोषित अनुसंधान से लिया गया।