फूलगोभी पर पॉलीसल्फेट के उपयोग से मिली बढ़त

39

उपज में वृद्धि
भारत में फूलगोभी के लिए सल्फर स्रोत के रूप में पॉलीसल्फेट उर्वरक का उपयोग करने से फसल की गुणवत्ता में वृद्धि हुई और उपज में 39.5% तक की वृद्धि हुई।

हेसरघट्टा, कर्नाटक, भारत
2014

Trail

39

उपज में वृद्धि

प्रमुख निष्कर्ष

पॉलीसल्फेट (T4) के माध्यम से एनपीके की पूरी खुराक और 75% सल्फर (S) की खुराक देने से उच्चतम उपज प्राप्त हुई, जिससे फूलगोभी की उपज में 39.5% की वृद्धि हुई।

उद्देश्य

भारत में फूलगोभी (Brassica oleracea var. botrytis – ब्रैसिका ओलेरासिया वेर. बोट्राइटिस) के प्रदर्शन पर सल्फर के स्रोत के रूप में पॉलीसल्फेट की प्रभावकारिता का परीक्षण करना।

परीक्षण विवरण

परीक्षण क्षेत्र

हेसरघट्टा, कर्नाटक, भारत

उत्पाद

स्टैण्डर्ड पॉलीसल्फेट

आकलन

उपज एवं विकास के मापदंड, गुणवत्ता और पोषक तत्वों की मात्रा

पोषक विवरण

परीक्षण को 3 कॉपियों के साथ एक क्रमरहित ब्लॉक डिजाइन में रखा गया था और इसमें 6 सैम्पल मिश्रण शामिल थे:

 

• T1: S और K उर्वरीकरण के बिना कंट्रोल सैम्पल (केवल यूरिया और DAP के माध्यम से 100% NP)


• T2: 100% एनपीके (यूरिया, DAP, MOP)


• T3: 100% NP + 50% S पॉलीसल्फेट के माध्यम से (10किलो S/हेक्टेयर) के माध्यम से (100% K बनाने के लिए MOP के माध्यम से संतुलित K)


• T4: 100% NP + 75% S पॉलीसल्फेट के माध्यम से (15किलो S/हेक्टेयर) के माध्यम से (100% K बनाने के लिए MOP के माध्यम से संतुलित K)


• T5: 100% NP + 100% S पॉलीसल्फेट के माध्यम से (20किलो S/हेक्टेयर) के माध्यम से (100% K बनाने के लिए MOP के माध्यम से संतुलित K)


• T6: 100% NPK (यूरिया, डीएपी, एमओपी) + जिप्सम के माध्यम से 100% S (20किलो S/हेक्टेयर)


 

[*N=नाइट्रोजन, P=फ़ॉस्फोरस, K=पोटैशियम, S=सल्फ़र, DAP= डायमोनियम फॉस्फेट, MOP=म्यूरेट ऑफ पोटाश ]

 

उर्वरकों की सुझाई गई मात्रा: 150 किलो N, 100 किलो P2O5, 125 किलो K2O/हेक्टेयर और 20 किलो S/हेक्टेयर मिश्रण के अनुसार दी गई। अंतिम जुताई में 25 टन/हेक्टेयर की दर से गोबर की खाद भी डाली गई।

पोषक विवरण

परीक्षण को 3 कॉपियों के साथ एक क्रमरहित ब्लॉक डिजाइन में रखा गया था और इसमें 6 सैम्पल मिश्रण शामिल थे:

 

• T1: S और K उर्वरीकरण के बिना कंट्रोल सैम्पल (केवल यूरिया और DAP के माध्यम से 100% NP)


• T2: 100% एनपीके (यूरिया, DAP, MOP)


• T3: 100% NP + 50% S पॉलीसल्फेट के माध्यम से (10किलो S/हेक्टेयर) के माध्यम से (100% K बनाने के लिए MOP के माध्यम से संतुलित K)


• T4: 100% NP + 75% S पॉलीसल्फेट के माध्यम से (15किलो S/हेक्टेयर) के माध्यम से (100% K बनाने के लिए MOP के माध्यम से संतुलित K)


• T5: 100% NP + 100% S पॉलीसल्फेट के माध्यम से (20किलो S/हेक्टेयर) के माध्यम से (100% K बनाने के लिए MOP के माध्यम से संतुलित K)


• T6: 100% NPK (यूरिया, डीएपी, एमओपी) + जिप्सम के माध्यम से 100% S (20किलो S/हेक्टेयर)


 

[*N=नाइट्रोजन, P=फ़ॉस्फोरस, K=पोटैशियम, S=सल्फ़र, DAP= डायमोनियम फॉस्फेट, MOP=म्यूरेट ऑफ पोटाश ]

 

उर्वरकों की सुझाई गई मात्रा: 150 किलो N, 100 किलो P2O5, 125 किलो K2O/हेक्टेयर और 20 किलो S/हेक्टेयर मिश्रण के अनुसार दी गई। अंतिम जुताई में 25 टन/हेक्टेयर की दर से गोबर की खाद भी डाली गई।

परिणाम

  • फूलगोभी की उपज और गुणवत्ता (फसल के समय फूल का व्यास और सघनता) में S के प्रयोग ने महत्वपूर्ण योगदान दिया।
  • S की अनुशंसित ,मात्रा (T4) के 75% तक की आपूर्ति  पॉलीसल्फेट के माध्यम से करने से पौधों का बढ़ा हुआ विकास दर, पौधों की ऊंचाई और पत्तियों की संख्या में सुधार।
  • S की अनुशंसित ,मात्रा (T4) के 75% तक की आपूर्ति पॉलीसल्फेट के माध्यम से करने से फूलगोभी की फसल में N, K, Ca, और S की मात्रा सबसे अधिक देखि गई।
  • पॉलीसल्फेट (टी4) के माध्यम से एन-पी-के की पूरी खुराक और 75% S खुराक देने से उच्चतम उपज प्राप्त हुई, जिससे गैर-उर्वरित कंट्रोल सैम्पल (T1) की तुलना में फूलगोभी की उपज में 39.5% की वृद्धि हुई।

[ *S= सल्फ़र ]

पॉलीसल्फेट के साथ 75% सल्फ़र डालने से फूलगोभी की उपज 39.5% बढ़ी।

पॉलीसल्फेट के साथ 75% सल्फ़र डालने से फूलगोभी की उपज 39.5% बढ़ी।

बार दिखा रहे हैं P<0.05 पर लीस्ट सिग्नीफिकेंट डिफरेंस (सबसे कम महत्वपूर्ण अंतर)
* अंतर्राष्ट्रीय पोटाश संस्थान द्वारा वित्तपोषित अनुसंधान से लिया गया।

सम्बन्धित परीक्षण

पत्तागोभी और पॉलीसल्फेट
हेसरघट्टा, कर्नाटक, भारत, 2014
Trail

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उपज में बढ़त