प्याज उत्पादन में कैल्शियम और सल्फर की भूमिका

प्याज (Allium cepa) एक महत्वपूर्ण खाद्य और वाणिज्यिक फसल है। इसके उत्पादन में कैल्शियम और सल्फर का प्याज के विकास, वृद्धि, और गुणवत्ता पर गहरा प्रभाव पड़ता है।

August 7, 2024
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प्याज (Allium cepa) एक महत्वपूर्ण खाद्य और वाणिज्यिक फसल है, जो कई पोषक तत्वों के प्रभाव में अच्छी उपज देती है। इसके उत्पादन में कैल्शियम और सल्फर का विशेष महत्व है। इन दोनों तत्वों का प्याज के विकास, वृद्धि, और गुणवत्ता पर गहरा प्रभाव पड़ता है।

प्याज उत्पादन में कैल्शियम (Calcium) की भूमिका

कैल्शियम एक महत्वपूर्ण खनिज तत्व है जो प्याज के विकास और उत्पादन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। इसकी पौधों के विभिन्न शारीरिक और जैविक प्रक्रियाओं में सक्रिय भूमिका रहती है। प्याज की गुणवत्ता और मात्रा में सुधार लाने के लिए कैल्शियम का पर्याप्त मात्रा में होना आवश्यक है।

कोशिका भित्ति की मजबूती

कैल्शियम प्याज के लिए संभवतः आवश्यक तीसरा सबसे महत्वपूर्ण पोषक तत्व है, और यह फसल की गुणवत्ता बनाए रखने में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। कैल्शियम कोशिकाओं का एक प्रमुख घटक है, जो कोशिका भित्ति (cell wall) की संरचना को बनाए रखता है और कोशिका झिल्ली को मजबूती प्रदान करता है
प्याज में कैल्शियम की प्रायप्त आपूर्ति विशेष रूप से महत्वपूर्ण है, क्योंकि यह न केवल पौधे के समग्र विकास में योगदान करता है, बल्कि बल्ब की गुणवत्ता और रंग में भी सुधार करता है। इसके अतिरिक्त, कैल्शियम बल्ब सड़न को कम करने और प्याज की शेल्फ लाइफ बढ़ाने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है, जिससे उत्पादन की गुणवत्ता में सुधार होता है।

नाइट्रोजन के अवशोषण में सुधार

कैल्शियम पौधों में नाइट्रेट के रूप में नत्रजन के अवशोषण में मदद करता है, जो पौधे की वृद्धि के लिए बहुत आवश्यक है।

जल संतुलन और तनाव सहनशीलता पर प्रभाव

कैल्शियम पौधों में जल संतुलन बनाए रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है और पानी के आवागमन को नियंत्रित करने के लिए रंध्रों (stomata) के खुलने और बंद होने की प्रक्रिया को सक्रिय करने में पोटेशियम की मदद करता है। इसके साथ ही, यह परोक्ष रूप से पौधों को सूखा और तनाव सहने में सक्षम बनाता है।

पराग अंकुरण और पौधों के विकास पर प्रभाव

कैल्शियम पराग अंकुरण को बढ़ाने, कुछ एंजाइम प्रणालियों को नियंत्रित करने, और कोशिकाओं तथा प्रवाहकीय ऊतकों के विकास और स्वास्थ्य के लिए एक अत्यंत उपयोगी तत्व है।

प्याज उत्पादन में सल्फर का महत्व

सल्फर (Sulfur) एक महत्वपूर्ण पोषक तत्व है जो प्याज के विकास और उत्पादन में अहम भूमिका निभाता है। सल्फर न केवल पौधों की वृद्धि के लिए आवश्यक है, बल्कि यह प्याज की गुणवत्ता, स्वाद और रोग प्रतिरोधक क्षमता को भी प्रभावित करता है। इसके कुछ प्रमुख फायदे निम्नलिखित हैं ।

अमीनो एसिड और प्रोटीन संश्लेषण

सल्फर पौधों की कोशिकाओं में सल्फर युक्त अमीनो एसिड ( सिस्टीन और मेथियोनीन) के निर्माण के लिए आवश्यक है, विशेष रूप से पौधों के विकास के प्रारंभिक चरण में। सल्फर युक्त अमीनो एसिड का निर्माण न केवल पौधों की वृद्धि में सहायक होता है, बल्कि यह प्याज में अच्छी वानस्पतिक वृद्धि और बल्ब विकास के लिए भी अत्यंत महत्वपूर्ण है।

स्वाद, सुगंध और गुणवत्ता

सल्फर प्याज के विशिष्ट तीखे स्वाद और सुगंध में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। थायोसल्फिनेट्स जैसे यौगिक, जो तीखे स्वाद के लिए जिम्मेदार होते हैं, सल्फर युक्त अमीनो एसिड से प्राप्त होते हैं। प्याज का स्वाद और सुगंध उसके महत्वपूर्ण गुण होते हैं, जो उपभोक्ता की पसंद और बाजार में बिक्री को प्रभावित करते हैं। पर्याप्त सल्फर आपूर्ति सुनिश्चित करने से इन गुणों में सुधार किया जा सकता है, जिससे प्याज की गुणवत्ता और बाजार में उसकी मांग बढ़ सकती है।

पोषक तत्वों का अवशोषण और उपयोग

सल्फर अन्य पोषक तत्वों, विशेष रूप से नाइट्रोजन, के कुशल अवशोषण और उपयोग में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। यह सह-एंजाइमों और विटामिनों के संश्लेषण में शामिल होता है, जो पोषक तत्वों के चयापचय (metabolism) को सुगम बनाते हैं। पोषक तत्वों के बेहतर अवशोषण और उपयोग को बढ़ाकर, सल्फर पौधों की वृद्धि को उत्तेजित करता है और उच्च उपज में योगदान करता है।

रोग प्रतिरोधकता

सल्फर ग्लूकोसिनोलेट्स जैसे यौगिक के संश्लेषण में शामिल होता है, जो पौधों को कीटों और रोगों से बचाने में मदद करते हैं। पर्याप्त सल्फर स्तर प्याज में डाउनी मिल्ड्यू और पाउडरी मिल्ड्यू जैसे रोगों को कम करने में सहायक हो सकता है, जिससे पौधों की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है।

प्याज की फसल में कैल्शियम और सल्फर प्रयोग के लिए सामान्य दिशानिर्देश

  • कैल्शियम और सल्फर, प्याज की फसल के लिए महत्वपूर्ण पोषक तत्व हैं, जो न केवल पौधों की सामान्य वृद्धि और विकास में मदद करते हैं, बल्कि फसल की गुणवत्ता और रोग प्रतिरोधक क्षमता में भी सुधार लाते हैं। इनकी पर्यप्त आपूर्ति से प्याज की फसल बेहतर होती है।
  • सल्फर प्याज की वानस्पतिक वृद्धि (vegetative growth) और बल्ब निर्माण के दौरान अत्यधिक उपयोगी होता है। यह पौधों के स्वस्थ शाकीय विकास को बढ़ावा देता है और बल्बों के आकार एवं गुणवत्ता में सुधार करता है। दूसरी ओर, कैल्शियम वानस्पतिक अवस्था में स्वस्थ पत्ती वृद्धि बनाए रखने और बल्ब निर्माण के समय भंडारण गुणवत्ता को अधिकतम करने के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है।
  • कैल्शियम की पर्याप्त उपलब्धता बल्ब भराव के दौरान बल्ब की मजबूती और गुणवत्ता बनाए रखने में सहायक होती है, जिससे प्याज की उत्पादन क्षमता और शेल्फ जीवन में सुधार होता है। प्याज की फसल में सल्फर का प्रयोग फसल की शुरुआत में किया जाना चाहिए, जबकि कैल्शियम का उपयोग सभी अवस्थाओं में फसल की उपज और गुणवत्ता दोनों को बढ़ाने के लिए लाभकारी होता है।
  • सल्फर का प्रयोग प्याज की बुआई के समय और फसल की प्रारंभिक वृद्धि के दौरान करना सबसे अधिक प्रभावी रहता है। इस समय सल्फर की आपूर्ति पौधों के स्वस्थ विकास और बल्ब निर्माण में मदद करती है।

प्याज उत्पादन के लिए आईसीएल ग्रोइंग सोल्यूशन्स (ICL Growing Solutions)

आईसीएल विशिष्ट उर्वरक जैसे पॉलीसल्फेट, ICL फर्टीफ्लो NPK 12-6-22+12CaO, ICL फर्टीफ्लो पोटैशियम+ प्याज की खेती में सल्फर और कैल्शियम की आपूर्ति के लिए विशेष रूप से प्रभावी उत्पाद हैं। इनका समय अनुसार प्रयोग प्याज की गुणवत्ता और उत्पादन में महत्वपूर्ण सुधार लाने में बहुत उपुक्त पाए गए है ।

ICL पॉलीसल्फेट (0-0-12.5+17,5S+5MgO+15CaO)

पॉलीसल्फेट एक प्राकृतिक खनिज उर्वरक है इस प्राकृतिक उर्वरक में प्रमुख रूप से सल्फर, कैल्शियम पोटेशियम, और मैग्नीशियम जैसे महत्वपूर्ण पोषक तत्व हैं। इन तवों का अनोखा सयोंजन पॉलीसल्फेट को प्याज उत्पादन के लिए एक उत्कृष्ट विकल्प बनाती है। बुवाई के समय 50 पोलिसल्फेट का प्रयोग फसल के समग्र विकास और गुणवत्ता को बेहतर बनाएगा, जिससे उच्च गुणवत्ता वाली उपज प्राप्त होगी।

ICL फर्टीफ्लो NPK 12-6-22+12CaO

पेकेसिड प्रौद्योगिकी पर आधारित यह पानी में घुलनशील उर्वरक विशेष रूप से फसलों की फलन अवस्था के दौरान NPK और कैल्शियम की आवश्यकताओं को ध्यान में रखकर तैयार किया गया है। इसका बल्ब निर्माण की अवस्था में 10 – 15 किलोग्राम प्रति एकड़ की दर से उपयोग फसल की उपज और गुणवत्ता को और बेहतर बनाएगा है।

ICL फर्टीफ्लो पोटैशियम+

पेकेसिड प्रौद्योगिकी पर आधारित पानी में घुलनशील उच्च पोटैशियम वाला उर्वरक है। आईसीएल पोटैशियम+ में 8% नाइट्रोजन, 47% पोटैशियम और 7% सल्फर होता है, और प्याज की फसल में बल्ब विकास के समय 10 – 15 किलोग्राम प्रति एकड़ की दर से इसका उपयोग उपज और गुणवत्ता को बढ़ाने के लिए बहुत उपयोगी रहेगा।
प्याज की खेती में आईसीएल ग्रोइंग सॉल्यूशंस के इन उत्पादों का उपयोग प्याज की फसल में सल्फर और कैल्शियम की आपूर्ति के लिए सबसे उपयुक्त और लाभकारी माध्यम हैं।